सरपंच ने किया आंगनबाड़ी का निरीक्षण, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिली अनुपस्थित

सरपंच ने किया आंगनबाड़ी का निरीक्षण, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिली अनुपस्थित
थाना पिथौरा से लगे ग्राम अमलीडीह में आज दिनाँक 12.10.2020 को सरपंच श्रीमती निर्मला ठाकुर, पंच श्रीमती प्रियंका सेन, सरपंच प्रतिनिधि नरसिंग ठाकुर, ग्राम के वरिष्ठ सदस्य सदराम सिन्हा  एवं पंचायत सचिव हीरामणि यादव की मौजूदगी में आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया गया। जहाँ पर कार्यकर्ता संतोषी डड़सेना अनुपस्थित पाई गई। सहायिका तीजबाई साहू ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले 5 दिनों से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित है। उनके द्वारा किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दिया गया है और न ही किसी प्रकार का आवेदन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोषी डड़सेना के द्वारा कार्यालय को दिया गया है। ग्राम के लोगों ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का रवैया अपने कर्तव्य के प्रति सही नही है। 
     सरपंच से पूछने पर बताया गया कि उक्त कार्यकर्ता को पूर्व में पंचायत के बैठक में भी  निर्देशित किया गया था कि वह अपने कार्य को ईमानदारी पूर्वक करें। लेकिन उसके द्वारा पंचायत द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन नही किया। छ. ग. शासन द्वारा ग्राम की मितानिनों को जोड़कर स्वच्छता समिति का गठन किया गया है जिसमे प्रत्येक माह स्वच्छता समिति का बैठक होना अनिवार्य है और स्वच्छता समिति में आआंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिवार्य रूप से सदस्य होती है परन्तु मितानिनों के द्वारा बैठक में बुलाये जाने पर कहा जाता है कि मुझे स्वच्छता समिति से कोई मतलब नही है मेरा सदस्यता को काट दो बोला जाता है। मेरे कार्यकाल में हुए स्वच्छता समिति के किसी भी बैठक में वह उपस्थित नही हुई है। माह फरवरी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोषी डड़सेना ग्राम अमलीडीह  में निवास नहीं करती है । माह में 1-2 दिन ही गांव में आती है, और पूरे माह का वेतन लेती है। कार्यालय में सरपंच के द्वारा उपस्थिति रजिस्टर मांगने पर सहायिका ने कार्यालय में रजिस्टर नही होना बताया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोषी डड़सेना उपस्थिति  रजिस्टर अपने पास रखती है और पूरे माह की उपस्थिति दर्शाती है। सरपंच के द्वारा माह जुलाई के बैठक में पूछने पर बोलती है कि मेरे पर्सनल मेटर में न पड़े।जिससे पंचायत प्रतिनिधियो ने उन्हें समझाया गया था कि आप अपने कार्य मे उपस्थित रहे और गांव में ही रहकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करे। परन्तु उसके द्वारा माह में 1 सप्ताह उपस्थित होकर पुनः अपने कार्य से गायब हो जाती है जिससे सहायिका तिजबाई साहू भी परेशान रहती है क्योंकि ग्रामवासियों के सवालों का जवाब उन्हें देना पड़ता है।
    वर्तमान में शासन के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को गर्म भोजन पका कर दिया जाता है जिसका मोनिटरिंग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा अपने मोबाइल से फ़ोटो लेकर उच्च अधिकारियों को दिया जाता है परंतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का पिछले सात माह की उपस्थिति नही के बराबर है माह में वह रेडी टू इट का वितरण करने अपने हिसाब से आती है । इस मनमाने रवैये से पंचायत एवं ग्रामवासियों में आक्रोश है। ग्रामीणों एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बर्खास्त करने की शिकायत उच्च अधिकारियों से  करने की बात कही है ।