गरियाबंद :- देशी मंदिरा के बोतल में कीड़ें,पीने को मजबूर मदिरा प्रेमी.

देशी मंदिरा के बोतल में कीड़ें,पीने को मजबूर मदिरा प्रेमी.

गरियाबंद/ छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार सत्ता में आने के लिए शराब बंदी की बात कहकर जनता को पूरी तरह आश्वश्त किया था, साथ ही लगातर तत्कालीन रमन सरकार को शराब बिक्री को सरकारीकरण करने के लिए कोष करता था वो सरकार आज के समय मे सत्तासीन होने के लगभग 2 साल बाद भी न तो शराबबंदी कर सका और न ही अवैध शराब में अंकुश लगा सका । बावजूद इसके शराब के दामो में बढ़ोत्तरी कर के मदिरा प्रेमी समेत आम जनता को लूट रही है,  जिससे सीधा नुकसान सिर्फ़ पीने वालों को हो रहा, शराब पीने से शरीर को नुकसान और पैसे की बर्बादी , जिसका सीधा फ़ायदा शासन को हो रहा हैं।

देशी शराब की बोतल में मिला कीड़ा 
           शराब के दामो को बढ़ाने में सरकार ने विशेष ध्यान दिया लेकिन गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार ध्यान देना भूल गया। ताजा मामला गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखंड  के बासीन में में स्थित देशी मंदिरा दुकान का है, जंहा देशी प्लेन की शराब की बोतलों में  कीड़ा युक्त, कांच के टुकड़े व गुणवत्ताहीन शराब मिलने लगे हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार जनता के स्वास्थ्य के लिए कितनी सजग और शराब की गुणवत्ता के लिए कितने प्रतिबध है। 
           इस प्रकार के शराब ज़हर से कम नही माना जा सकता, ऐसे शराब पीने से स्वास्थ्य और भी ख़राब हो रहा हैं, मदिरा प्रेमी को इस प्रकार के शराब मिलने की वज़ह से नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं, मदिरा प्रेमियों ने बताया कि बासीन के साथ साथ फिंगेश्वर, राजिम, नयापारा के शराब दुकान में गुणवत्ताहीन शराब मिल रहा हैं। अब देखना यह होगा कि शासन कब तक शराबबंदी करता है या शराब की गुणवत्ता में सुधार लाता है या फिर इसी तरह सरकार कुर्सी में बैठकर जनता के स्वास्थ्य के साथ ऐसे ही खिलवाड़ करता रहेगा।

तामेश्वर साहू , प्रधान संपादक