एक वर्ष बीत जाने के बाद भी यह मिक्तिधाम का नहीं हुआ था शुभारंभ, जानिए आखिर क्या था मामला

एक वर्ष बीत जाने के बाद भी यह मिक्तिधाम का नहीं हुआ था शुभारंभ, जानिए आखिर क्या था मामला
मृत शरीर को मिक्तिधाम के माध्यम से दाह संस्कार किए जाते हैं ताकि किसी खुले में न कर मुक्तिधाम को सुरक्षित माना गया है लेकिन आज हम ऐसे मुक्तिधाम के बारे में बता रहे जो एक वर्ष से बनकर तैयार हो था लेकिन वह मुक्तिधाम की शुभारंभ नहीं किया गया था मामला गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रोहिना के आश्रित ग्राम सेमराडीह का हैं ।

ग्राम पंचायत रोहिना के सरपंच व फिंगेश्वर ब्लॉक के सरपंच संघ के अध्यक्ष होमन लाल साहू ने बताया कि यह मुक्तिधाम सेड निर्माण के आसपास में मधुमक्खीयो का निवास है जिससे कि मृत व्यक्ति की शरीर से  निकलने वाले धुंवे से कही मधुमक्खी द्वारा लोगों को नुकसान न पहुचाये इसलिए एक वर्ष बीत जाने के बाद भी यह मिक्तिधाम का शुभारंभ नहीं किया गया था अभी तक मृत शरीर को खुले में दाह संस्कार करते आ रहे थे लेकिन अब विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया ।

यादव की मृत शरीर की दाह संस्कार के साथ हुआ शुभारंभ

ग्राम के अमरूत यादव का दिनांक 06/12/2020 की आकस्मिक निधन हो गया जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा नये बने मुक्तिधाम में ले जाकर दाह संस्कार किया गया और अब यह मुक्तिधाम की शुभारंभ हो गई हैं ।
तामेश्वर साहू ,,गरियाबंद