cg tejkhabar नशे में धुत एम्बुलेंस ड्राइवर ने अस्पताल पहुंचाने के एवज में मांगा पैसे

नशे में धुत एम्बुलेंस ड्राइवर ने अस्पताल पहुंचाने के एवज में मांगा पैसे
राजिम :- 10 जून बुधवार की रात्रि 8:45 बजे महासमुंद राजकीय सड़क मार्ग पर शहर से कुछ ही दूर में बाइक और पिकअप में जबरदस्त टक्कर हो गई जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई तथा दो घायल हो गए जिसे 108 के माध्यम से सामुदायिक स्वस्थ केंद्र राजिम लाया गया प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने तत्काल रायपुर ले जाने सुझाव दिया गया तब एंबुलेंस से बात किया। ड्राइवर उपस्थित जरूर हुआ लेकिन शराब के नशे में चूर था। उन्होंने इतनी ज्यादा पी रखी थी की कुछ का कुछ बड़बड़ा रहा था। परिजनों ने बात किया तब उन्होंने अनाप-शनाप कहना शुरू कर दिया और अस्पताल पहुंचाने के एवज में पैसे मांगने लगा। इससे परिजन विचलित हो गए उन्हें जितनी जल्दी हो सकें घायल को अस्पताल पहुंचाना था ताकि शीघ्र ट्रीटमेंट चालू हो,परंतु ड्राइवर की लापरवाही के चलते समय खराब होता जा रहा था।घंटना की सुचना मिलते ही तत्काल घटना स्थल पर उपस्थित जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने मामला को संज्ञान में लिया और उन्होंने हॉस्पिटल पहुचकर दूसरा एंबुलेंस के लिए बात की। तब कुछ देर में गाड़ी आ गई और घायल को अस्पताल पहुंचाया गया। इस बात से व्यथित जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने तुरंत थाना प्रभारी विकास बघेल को एक आवेदन प्रेषित कर डाक्टरी मुलाहिजा कराने कहा पश्चात ड्राइवर राजेश साहू का चेकअप किया गया तो रिपोर्ट में शराब सेवन बताया गया। इस पर बीएमओ पी कुदेशिया को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई। उन्होंने शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। सबसे बड़ी प्रश्न यह है कि घटना होने के बाद तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है लेकिन ड्राइवरों द्वारा ऑन ड्यूटी के अंतर्गत शराब सेवन करना कहां तक उचित है पहले भी इस प्रकार की लापरवाही इनके द्वारा किया गया है जिससे क्षेत्र वासी परेशान है यदि इसी तरह से एंबुलेंस ड्राइवर जिन पर क्षेत्र के मरीजों को शीघ्र अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है वहीं लापरवाही बरते तो तत्काल स्वास्थ्य सुविधा कैसे मिलेगी। मौके पर यदि रोहित साहू नहीं होते तो ड्राइवर परिजनों से उलझते रहते और घायल को समय पर उपचार नहीं मिल पाता इससे किसी भी अनहोनी होने से इनकार नहीं किया जा सकता। जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने बताया कि प्रशासन ने मरीजों की सुविधाओं के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की है इसके लिए उन्होंने मोटी रकम खर्च की है ताकि क्षेत्र के लोगों को सुविधाएं मिलती रहे। परंतु कुछ ओछी मानसिकता के चलते इस तरह की घटनाएं  हो रही है। अर्थात प्रदेश सरकार की लगाम कर्मचारियों पर नहीं है उन्हें खुला छोड़ दिया है तथा पीने के लिए ड्यूटी में भी छूट दे रखी है जिनका खामियाजा भोली भाली जनता के ऊपर कहर बनकर फूट रही है।ऐसे ड्राइवरों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।।


तामेश्वर साहु, गरियाबंद