CG tejkhabar,राजिम माघी पुन्नी मेले 2022 में 113 जोड़ें विवाह नवदंपतियो के बंधन में बंधे।

राजिम माघी पुन्नी मेले में 113 जोड़ें विवाह नवदंपतियो के बंधन में बंधे।

गरियाबंद। राजिम माघी पुन्नी मेला 2022 के शासन की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह का कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमे जिले के 113 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। कार्यक्रम राजीव लोचन मन्दिर प्रांगण में आयोजित हुआ। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत सांसद चुन्नीलाल साहू, विधायक धन्नेद्र साहू, अनिता शर्मा ने कार्यक्रम में पहुंचकर वर-वधु को आशीर्वाद दिया।
 कार्यक्रम पूरी तरह धार्मिक रीति-रिवाजों के तहत संपन्न हुआ। शादी की सभी रस्में भी निभाई गयी। बारात निकाली गई, बारात में नाच गाना हुआ और मंडप में पहुंचने पर बारात की अगुवाई भी की गई। गायत्री परिवार के पंडित जी द्वारा मंत्रोउचारण कर सात फेरे दिलाए गए। वर-वधु को शासन द्वारा जरूरी उपहार भी भेंट किया गया। वर-वधु के साथ आये मेहमानों को भोजन भी कराया गया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी वर-वधु को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया।
महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने वर-वधु को आशीर्वाद देते हुए कहा कि सामूहिक विवाह फिजूल खर्च को रोकने की दिशा में अहम कदम है। सभी को इसके लिए प्रयास करने चाहिए। आज सभी वर्ग के लोग सामूहिक विवाह की ओर अग्रसर हो रहे है।
उन्होंने दुल्हनों को भी सुझाव दिया कि वे अपने सुसराल जाकर परिवार की सेवा करें और आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर आगे बढ़ सकती है। छोटा व्यापार या व्यवसाय कर परिवार की आर्थिक स्थिति में अपना योगदान दे सकती है। उन्होंने कहा कि यह नवदम्पतियो के लिए बड़ी खुशी की बात है कि क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधि भी उन्हें आशीर्वाद देने उपस्थित हुए है।
जिले के प्रभारी एवं प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बराती ओर धराती सभी को बधाई देते हुए योजना को सरकार की महत्वकांशी योजना बताया। उन्होंने मेला मड़ाई को प्रदेश की संस्कृति का प्रतीक बताते हुए ऐसे मौके पर होने वाले सामूहिक विवाह के आयोजन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सीएम भुपेश बघेल किसान परिवार से ताल्लुक रखते है और किसानों एव ग्रामीणों की परेशानियों को भली भाँति समझते है इसलिए उन्होंने सबसे पहले किसानों के लिए योजनाए बनाई है।

विधायक धन्नेद्र साहू ने नवदंपतियो को आशीर्वाद देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ही योजना में दिए जाने वाले उपहार राशि को बढ़ाकर 15 से 25 हजार किया था। जिससे लाभार्थियों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है।
हालाकिं इस दौरान कुछ वर-वधु और उनके परिजन शादी के दौरान कोरोना नियमों का भी पालन करते नजर आए। उन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान अपने चेहरों पर मास्क लगाए रखा। यह अलग बात है कि ऐसे लोगो की संख्या बहुत कम रही। इन लोगों का मानना था कि शादी के साथ-साथ अपने और दूसरों के जीवन की सुरक्षित रखना भी जरूरी है।